जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?

जातिवाचक संज्ञा वह शब्द है जो किसी भी वस्तु, व्यक्ति, भावना, स्थान या विचार के समूह का नाम बताता है, न कि किसी विशेष व्यक्ति या वस्तु का।

उदाहरण:

  • वस्तु: कुर्सी, मेज, किताब, कलम
  • व्यक्ति: लड़का, लड़की, आदमी, औरत
  • भावना: खुशी, दुःख, क्रोध, प्रेम
  • स्थान: शहर, देश, नदी, पहाड़
  • विचार: ज्ञान, शिक्षा, कला, विज्ञान

जातिवाचक संज्ञा की विशेषताएं:

  • जातिवाचक संज्ञा के पहले 'एक' या 'एक' नहीं लगता है।
  • जातिवाचक संज्ञा का लिंग होता है, जैसे पुल्लिंग, स्त्रीलिंग या नपुंसकलिंग।
  • जातिवाचक संज्ञा का वचन भी होता है, जैसे एकवचन और बहुवचन।

उदाहरण:

  • एक कुर्सी (एकवचन, स्त्रीलिंग)
  • कई कुर्सियाँ (बहुवचन, स्त्रीलिंग)
  • एक लड़का (एकवचन, पुल्लिंग)
  • कई लड़के (बहुवचन, पुल्लिंग)

जातिवाचक संज्ञा के कुछ अन्य उदाहरण:

  • जानवर, पक्षी, पेड़, फूल, रंग, आकार, भाषा, धर्म, खेल, त्योहार, समय, मौसम

जातिवाचक संज्ञा के विपरीत, व्यक्तिवाचक संज्ञा किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु, स्थान या विचार का नाम बताती है।

उदाहरण:

  • व्यक्तिवाचक संज्ञा: रमेश, भारत, गंगा, रामायण
  • जातिवाचक संज्ञा: आदमी, देश, नदी, महाकाव्य

यह समझने में मददगार हो सकता है कि जातिवाचक संज्ञा एक सामान्य श्रेणी का नाम है, जबकि व्यक्तिवाचक संज्ञा उस श्रेणी के एक विशिष्ट सदस्य का नाम है।



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Bhaskar Singh

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